कनाडा में खालिस्तानियों की अपनी अदालत पर ट्रूडो मौन, भारत ने जताई आपत्ति

ओटावा. वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा तथाकथित नागरिक अदालत आयोजित करने और भारतीय प्रधानमंत्री का पुतला फूंकने पर भारत ने गुरुवार को कनाडा के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया. भारत ने कनाडा के उच्चायोग को राजनयिक नोट जारी कर खालिस्तानी तत्वों की हालिया कार्रवाइयों पर अपनी गंभीर आपत्ति जताई है. कनाडाई उच्चायोग को जस्टिन ट्रूडो सरकार द्वारा कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों को दी जा रही शह पर आपत्ति जताई है.

कनाडा की संसद ने खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की याद में मौन रखा था, जिसके एक दिन बाद भारत ने यह आपत्ति जताई. कनाडा ने यह शर्मनाक हरकत ऐसे वक्त में किया है जब 23 जून को कनिष्क विमान हादसे के 39 साल पूरे हो जाएंगे. भारत ने हरदीप सिंह निज्जर को अपने यहां आतंकी घोषित किया था. बता दें कि निज्जर की जून 2023में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या दी गई थी.

खालिस्तानी आतंकी निज्जर को 18 जून 2023 को सरे के एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मार दी गई थी. इस हमले में निज्जर की मौत हो गई थी. वह वैंकूवर के गुरु नानक सिख गुरुद्वारा का अध्यक्ष भी था. निज्जर खालिस्तान आंदोलन से जुड़ा हुआ था. वह भारतीय मूल का एक कनाडाई सिख अलगाववादी नेता था. भारत सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित किया था. जानकारी के मुताबिक वह आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा था.

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