रूस के बेलगोरोद सीमा में यूक्रेनी सेना ने की जबरदस्त गोलाबारी, कई क्षेत्र में आपातकाल की घोषणा
कीव । रूस के बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में यूक्रेन की सेना की जबरदस्त गोलाबारी के कारण बुधवार को आपातकाल घोषित कर दिया गया। वहीं यूक्रेन ने रात भर के दौरान चार रूसी सैन्य हवाई अड्डों पर ड्रोन हमला बोला। रूस के वोरोनिश कुर्स्क सवासलेका और बोरिसोग्लबस्क हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया। हमले का उद्देश्य यूक्रेन पर बम हमलों के लिए युद्धक विमानों का उपयोग करने की मास्को की क्षमता को कमजोर करना था। वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हवाई सुरक्षा प्रणाली ने 117 यूक्रेनी ड्रोन और चार मिसाइलों को नष्ट कर दिया है।
यूक्रेनी सेना लगातार दूसरे सप्ताह निकटवर्ती कुर्स्क क्षेत्र में सीमा पार से बड़े पैमाने पर घुसपैठ की कोशिश कर रही है। इस बीच, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उनके देश का रूसी क्षेत्र पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है। बेलगोरोद के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैदकोव ने क्षेत्र की स्थिति को ‘‘बेहद कठिन और तनावपूर्ण’’ बताया क्योंकि हमलों में घर नष्ट हो गए हैं तथा आम लोग हताहत हुए हैं।
उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि विशेष रूप से बच्चों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाया जा रहा है। ग्लैदकोव ने बताया कि लगभग 5,000 बच्चे सुरक्षित क्षेत्रों में शिविरों में हैं। उन्होंने कल कहा था कि लगभग 11,000 लोग अपना घर छोड़कर भाग गए हैं, जिनमें से लगभग 1,000 लोग अस्थायी आवास केंद्रों में रह रहे हैं।
रूसी धरती पर छह अगस्त को शुरू हुए यूक्रेन के आश्चर्यजनक हमले ने क्रेमलिन को हिलाकर रख दिया है। सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि यूक्रेन का कुर्स्क अभियान द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रूस पर सबसे बड़ा हमला है और इसमें बख्तरबंद वाहनों तथा तोपखाने से लैस 10 हजार से अधिक यूक्रेनी सैनिक शामिल हो सकते हैं। पिछले शनिवार को कुर्स्क में आपातकाल घोषित किया गया था।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि रूसी सेना, विमान, ड्रोन आदि ने यूक्रेन की बख्तरबंद गाड़ियों को ओबशची कोलोदेज, स्नागोस्ट, कौचुक और एलेक्सेयेव्स्की की कुर्स्क बस्तियों के पास रूस में अंदर तक बढ़ने से रोक दिया। इस बीच, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हेओरही तेखयी ने कहा कि सीमा पार अभियान का उद्देश्य कुर्स्क से किए गए लंबी दूरी के हमलों से यूक्रेनी भूभाग की रक्षा करना है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, तेखयी ने कहा, ‘‘यूक्रेन की कुर्स्क क्षेत्र को कब्जे में लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है। हम बस अपने लोगों के जीवन की रक्षा करना चाहते हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि रूस ने हाल के महीनों में कुर्स्क क्षेत्र से विमान रोधी मिसाइल, तोप, मोर्टार, ड्रोन, 255 ग्लाइड बम और 100 से अधिक मिसाइलों से दो हजार से अधिक हमले किए हैं।
यूक्रेन की सेना के कमांडर ओलेक्सांद्र सिरस्की ने मंगलवार को राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के लिए पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि यूक्रेन का अब कुर्स्क क्षेत्र में 74 बस्तियों पर कब्जा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सेना लगातार आगे बढ़ रही है और पिछले 24 घंटे में उसने 40 वर्ग किलोमीटर (15 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
वहीं खार्किव के स्थानीय गवर्नर ने कहा कि कुर्स्क में हमले के बाद से रूसी बलों ने यूक्रेन के उत्तरपूर्वी खार्किव में सीमावर्ती बस्तियों पर गाइडेड बम हमलों की संख्या कम कर दी है। साथ ही, रूस के बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में यूक्रेन की ओर से भारी गोलाबारी के कारण बुधवार को आपातकाल घोषित कर दिया गया। बेलगोरोद के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने स्थिति को बेहद कठिन और तनावपूर्ण बताया। हमलों ने घरों को नष्ट कर दिया और नागरिक हताहत हुए।
इस बीच, रूस ने यूक्रेन में ऊर्जा सुविधाओं पर हमला बोला है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि कीव की सेनाएं कुर्स्क में बढ़त हासिल कर रही हैं और बुधवार को एक से दो किलोमीटर और आगे बढ़ गई है। छह अगस्त को हजारों यूक्रेनी सैनिक रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुस गई थी।
इस अवधि में 100 से अधिक रूसी युद्ध बंदी बनाए गए हैं। यूक्रेन के शीर्ष कमांडर अलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि रूसी शहर सुद्जा, जो यूक्रेन के माध्यम से यूरोप में रूसी प्राकृतिक गैस का ट्रांसशिपमेंट केंद्र है, पूरी तरह से यूक्रेन के नियंत्रण में है। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस के 1,000 वर्ग किमी क्षेत्र उसके नियंत्रित में है। पुतिन के लिए वास्तविक दुविधा पैदा हो गई है।