क्रिसमस 2025: भारत की इन जगहों पर मनाएं त्योहार, जश्न बन जाएगा यादगार

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नई दिल्ली/हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला क्रिसमस ईसाई समुदाय के लिए सबसे पवित्र और उल्लासपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन ईसा मसीह के जन्म का प्रतीक है, जिसे पूरी दुनिया में रोशनी, सजावट, प्रार्थना और खुशियों के साथ मनाया जाता है। भारत में भी क्रिसमस का रंग देखते ही बनता है, खासकर उत्तर-पूर्वी राज्यों में, जहां यह पर्व पूरे उत्साह और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। अगर आप इस क्रिसमस घूमने और कुछ अलग अनुभव करने का प्लान बना रहे हैं, तो उत्तर-पूर्व भारत की ये जगहें आपके सफर को खास बना सकती हैं।

शिलांग: रोशनी और संगीत से सजा क्रिसमस शहर
मेघालय की राजधानी शिलांग को ‘ईस्ट का स्कॉटलैंड’ कहा जाता है और क्रिसमस के दौरान यह शहर किसी परी लोक से कम नहीं लगता। यहां के चर्च रंग-बिरंगी लाइट्स से सज जाते हैं और खास प्रार्थनाओं का आयोजन होता है। क्रिसमस ट्री, कैरोल सिंगिंग और स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम शहर को जीवंत बना देते हैं। स्थानीय संगीत और नृत्य यहां के जश्न को और खास बना देते हैं।

मेचुका: बर्फीली वादियों में सादगी भरा जश्न

अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले में स्थित मेचुका उन यात्रियों के लिए है, जो शांति और प्रकृति के करीब रहकर क्रिसमस मनाना चाहते हैं। बर्फ से ढके पहाड़, साफ नदियां और शांत वातावरण इस जगह को खास बनाते हैं। क्रिसमस के समय यहां ठंड काफी होती है, लेकिन यही ठंड इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा देती है।

असम: परंपरा, प्रकृति और आस्था का संगम

असम अपने चाय बागानों, वन्यजीव अभयारण्यों और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। क्रिसमस पर यहां के चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं होती हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क, माजुली द्वीप और ऐतिहासिक शहरों की सैर के साथ क्रिसमस मनाना एक अनोखा अनुभव देता है।

तवांग: शांति और आध्यात्म के बीच क्रिसमस

अरुणाचल प्रदेश का तवांग अपनी प्राकृतिक सुंदरता और बौद्ध संस्कृति के लिए मशहूर है। एशिया का दूसरा सबसे बड़ा तवांग मठ यहां स्थित है। क्रिसमस के दौरान बर्फ से ढका तवांग और उसका शांत माहौल सुकून और यादगार अनुभव देता है।

गंगटोक: पहाड़ों में जश्न का अनोखा रंग

सिक्किम की राजधानी गंगटोक क्रिसमस पर बेहद खूबसूरत नजर आती है। यहां के चर्चों में खास आयोजन होते हैं और शहर की सजी-धजी गलियां पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। त्सोमगो झील और रुमटेक मठ की सैर इस यात्रा को और खास बना देती है।उत्तर-पूर्व भारत की ये जगहें न सिर्फ क्रिसमस के जश्न को खास बनाती हैं, बल्कि प्रकृति, संस्कृति और शांति का ऐसा अनुभव देती हैं, जो लंबे समय तक याद रहता है।