अजब MP में गजब कारनामा… सतना में बिजली विभाग ने 12 रुपये के बिल की वसूली के लिए भेजा नोटिस

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सतना।
एमपी अजब (MP Amazing.) है, यहां की व्यवस्था गजब है… यह कहावत एक बार फिर सतना जिले (Satna district) के बिजली विभाग (Electricity Department) ने सच साबित कर दिखाई है। विभाग ने वसूली के जोश में होश खोते हुए एक उपभोक्ता को महज 12 रुपये की बकाया राशि के लिए नोटिस थमा दिया। हद तो तब हो गई जब मई महीने में बना यह नोटिस 7 महीने बाद अब उपभोक्ता के हाथ में दिया गया। नोटिस भेजने में कागज और प्रिंटिंग का खर्च ही 12 रुपये से ज्यादा हो गया होगा, जिसे लेकर अब सोशल मीडिया पर विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है।

दरअसल यह पूरा मामला सतना जिले के कोठी का है। यहां रहने वाले उपभोक्ता पीयूष अग्रवाल ने बतायु की समय पर बिल जमा करते हैं। पीयूष उस वक्त हैरान रह गए जब कल बिजली विभाग के कर्मचारी उनके यहां पहुंचे और उन्हें एक आधिकारिक नोटिस थमाया। नोटिस खोलते ही पीयूष का सिर चकरा गया। इसमें लिखा था कि उन पर 12 रुपये की राशि बकाया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नोटिस पर जारी करने की तारीख 22 मई 2025 लिखी है, लेकिन कर्मचारियों ने इसे दिसंबर में उपभोक्ता को थमाया है। उपभोक्ता का कहना है कि उनका कोई भी बिल बकाया नहीं है, फिर भी विभाग ने मानसिक रूप से परेशान करने के लिए यह नोटिस भेजा।


सोशल मीडिया पर बना चर्चा का पात्र

हैरानी और चौकाने वाली बात यह है कि नोटिस तैयार करने, प्रिंट करने और उसे उपभोक्ता तक पहुंचाने में विभाग का जो खर्च आया होगा, वह वसूली जाने वाली रकम 12 रुपये से कहीं ज्यादा है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है

मामले पर क्या बोले जेई!
वहीं, मामले के तूल पकड़ते ही कोठी बिजली विभाग के अधिकारी बैकफुट पर आ गए। कनिष्ठ अभियंता हेमराज सेन ने विभाग की गलती स्वीकार की है। जेई ने सफाई देते हुए कहा, यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। जांच में पाया गया कि संबंधित उपभोक्ता का बिजली बिल बकाया नहीं था, उन्होंने पूरा भुगतान कर दिया था। यह नोटिस त्रुटिवश लाइनमैन की ओर से उन्हें भेज दिया गया था। आंगे भविष्य में ऐसी गलती न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा।