अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद की चुनौती, 2027 में 50 से ज्यादा सीटें जीते तो राजनीति छोड़ दूंगा
लखनऊ। अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ने बुधवार को दावा किया है कि मिल्कीपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को जीतने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में है। सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी और बीजेपी यूपी में 50 से ज़्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
अवधेश प्रसाद ने कहा कि यूपी उपचुनाव में पीडीए की जीत होगी। उन्होंने कहा, उनके पास पुलिस और सरकार है जिसका वो पूरा फायदा उठाएंगे। वे सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करेंगे। इसे हम अच्छी तरह से जानते हैं। इतिहास गवाह है कि जब भी सरकार और जनता के बीच टकराव हुआ है, जनता विजयी हुई है। अयोध्या और कन्नौज में हुए हालिया बलात्कार मामलों पर अवधेश प्रसाद ने कहा कि बीजेपी के नेता भी बेदाग नहीं हैं। मुझे हर एक की पोल खोलने पर मजबूर मत करो। समाजवादी पार्टी का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे घटना के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन अगर ऐसा कुछ हुआ है तो कानून अपना काम करेगा और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भी भाजपा को हराने के लिए जनता फ़ील्ड में उतर चुकी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि आगामी उपचुनाव में भी भाजपा को हराने के लिए जनता फ़ील्ड में उतर चुकी है। भाजपा कुछ अधिकारियों को हटाने का कितना भी शासकीय-प्रशासकीय नाटक कर ले, कोई उनको पराजय से रोक नहीं सकता। देखना ये भी है कि उनकी जगह जो अफसर आएंगे, उनकी निष्पक्षता पर मोहर कौन लगाएगा।
अखिलेश यादव ने एक्स हैंडल पर लिखा कि भाजपा उपचुनावों में अपनी 10/10 की हार के अपमान से बचने के बहाने ना ढूंढे। अगर भाजपा जन-विरोधी नहीं होती तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते। महंगाई, बेरोजगारी, बेकारी, पुलिस भर्ती, नीट परीक्षा, महिला-सुरक्षा, संविधान और आरक्षण की रक्षा, नजूल भूमि जैसे मुद्दों से लड़ने के लिए भाजपा कब और किसे नियुक्त करेगी? सपा मुखिया ने कहा कि कुछ विशेष अधिकारियों को चुनावी ज़िम्मेदारी से हटाने की बात कहकर, भाजपाइयों ने ये बात स्वीकार कर ली है कि उनकी सरकार में शायद कुछ चुनावी घपले अधिकारियों के स्तर पर होते हैं। ये भाजपा की अपनी सरकार के साथ-ही-साथ चुनाव आयोग के ऊपर भी है। चुनाव आयोग स्वत: संज्ञान ले।
बता दें कि यूपी में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। अभी इनमें से पांच सीटें एनडीए तो पांच सपा की हैं। यूपी की फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी और कुंदरकी के विधायक इस बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। ये नौ सीटें इस तरह खाली हुईं और दसवीं सीट सीसामऊ सपा विधायक इरफान सोलंकी की आपराधिक मुकदमे में सदस्यता रद्द होने के कारण खाली हुई है।