रोहित शर्मा के 3 फैसलों ने टीम इंडिया को बना डाला चैंपियन, दुनिया को बताया ऐसा होना चाहिए कप्‍तान

 

 

ब्रिजटाउन (बारबाडोस). टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला किसी बॉलीवुड जैसा नजर आया. इसमें एक्शन, थ्रिलर और इमोशनल था. इस मैच में कई ऐसे मौके आए तब लगने लगा कि अब भारत के हाथ से मैच निकल गया, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने दमदार फैसलों से बाजी पलट दी और टीम इंडिया को हारी हुई बाजी जिता दी.

फाइनल मुकाबले की शुरुआती आठ गेंद में भारत ने पांच चौकों की मदद से 23 रन बना लिए थे. ऐसा लगा था कि टीम इंडिया एक विशाल स्कोर खड़ा करने के मूड में है, लेकिन केशव महाराज ने अगली दो गेंद में कप्तान रोहित शर्मा और ऋषभ पंत को आउट कर मैच अपनी टीम की तरफ मोड़ा. फिर जब सूर्यकुमार यादव भी आउट हो गए तो ऐसा लगा कि अब भारतीय टीम 150 के स्कोर तक भी नहीं पहुंच पाएगी. पांचवें ओवर में 34 रनों पर तीन विकेट गिरे तो रोहित शर्मा ने एक बड़ा फैसला लिया और अक्षर पटेल को बैटिंग के लिए भेज दिया. अक्षर ने भी कप्तान को निराश नहीं किया और 31 गेंद में 47 रनों की शानदार पारी खेलकर मैच में टीम इंडिया की वापसी करा दी. अक्षर ने विराट कोहली के साथ मिलकर 72 रनों की साझेदारी की और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के हौसले तोड़ दिए.

दक्षिण अफ्रीका को अंतिम 18 गेंद में जीत के लिए 22 रन बनाने थे. डेविड मिलर और मार्को यानसेन क्रीज पर थे. सभी की उम्मीदें खत्म हो चुकी थीं, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा का भरोसा नहीं टूटा था. यहां पर कोई और कप्तान होता तो अपने सबसे अहम गेंदबाज को 19वां या 20वां ओवर देता, लेकिन रोहित शर्मा ने कुछ अलग ही किया और गेंद बुमराह को सौंप दी. बुमराह का यह लास्ट ओवर था फिर भी रोहित ने बड़ा दांव खेला. हालांकि, बुमराह भी कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरे. बुमराह ने 18वें ओवर में सिर्फ दो रन दिए और एक विकेट झटका. जहां 18 गेंद में चाहिए थे 22 रन, वहीं अब दक्षिण अफ्रीका को लास्ट 12 गेंद में चाहिए थे 20 रन. बस फिर क्या था, मैच उनके हाथों से फिसल गया.

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में कई हैरान करने वाले फैसले लिए. रोहित ने देखा कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज स्पिनर्स पर आसानी से बड़े बड़े शॉट्स खेल रहे हैं तो उन्होंने रवींद्र जडेजा से सिर्फ एक ओवर ही गेंदबाजी कराई. अपने पहले ओवर में जडेजा ने 12 रन दिए और फिर रोहित ने उन्हें गेंदबाजी नहीं दी. रोहित ने हार्दिक पांड्या पर भरोसा किया और पांड्या ने भी कप्तान का विश्वास नहीं तोड़ा. हार्दिक ने तीन ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट झटके.