भारतीय महिला टीम ने तीसरे वनडे में आयरलैंड को 304 रनों से हराया, सीरीज 3-0 से की अपने नाम
राजकोट। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने राजकोट में खेले गए तीसरे एवं आखिरी एकदिवसीय मुकाबले में आयरलैंड को 304 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 435 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इससे आयरलैंड को जीत के लिए 436 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला। इसके जवाब में आयरलैंड की महिला टीम 31.4 ओवर में 131 रन पर ऑलआउट हो गई। महिला एकदिवसीय में भारतीय टीम की रनों की लिहाज से ये सबसे बड़ी जीत है। इस जीत के साथ भारतीय महिला टीम ने तीन मैचों की सीरीज को 3-0 से अपने नाम कर लिया। भारतीय महिला टीम ने इससे पहले 2017 में आयरलैंड को ही 249 रनों से हराकर एकदिवसीय की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी।
436 रनों लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड महिला टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने 24 रन के स्कोर तक दो विकेट गवां दिये। कप्तान गैबी लुईस एक रन बनाकर आउट हुईं, जबकि कोल्टर रीली बिना खाता खोले बोल्ड हो गईं। इसके बाद सलामी बल्लेबाज सारा फोर्ब्स ने ओर्ला प्रेंडरगास्ट के साथ मिलकर पारी को संभाला और धीरे-धीरे आगे बढ़ीं। दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 50 रनों से अधिक की साझेदारी की। हालांकि यह साझेदारी आगे नहीं बढ़ सकी। ओर्ला प्रेंडरगास्ट 36 रन बनाकर आउट हो गईं। फिर सारा फोर्ब्स भी 41 बनाकर रनआउट हो गईं। इसके बाद लॉरा डेलेनी 10 रन, लिआ पॉल 15 रन, आर्लीन केली दो रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। जॉर्जिना डेम्पसी खाता भी नहीं खोल सकींं, वहीं अवा कैनिंग दो रन और फ्रेया सर्जेंट एक रन बनाकर आउट हुईं। आयरलैंड की पूरी पारी 131 के स्कोर पर सिमट गई।
भारतीय टीम की ओर से दीप्ति शर्मा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट झटके। तनुजा कंवर को दो विकेट और तितास साधु, सायली सातघरे और मिन्नू मनी को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय महिला टीम को सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल और कप्तान स्मृति मंधाना ने दमदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में ही टीम का स्कोर 150 के पार पहुंचा दिया। इसके बाद मंधाना ने एकदिवसीय में अपना 10वां शतक जड़ दिया। मंधाना ने महज 70 गेंदों में शतक लगाया जो भारत के लिए महिला क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा लगाया सबसे तेज शतक है। मंधाना ने इस मामले में हरमनप्रीत कौर को पीछे छोड़ा। उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका महिला टीम के खिलाफ 87 गेंदों पर शतक जमाया था। मंधाना 80 गेंदों में 12 चौके और सात छक्कों की मदद से 135 रन बनाकर आउट हुईं। मंधाना और प्रतिका के बीच पहले विकेट के लिए 233 रनों की साझेदारी हुई।
मंधाना के बाद प्रतिका ने एकदिवसीय क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ा। उनका साथ विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने दिया। ऋचा ने 42 गेंदों पर 10 चौकों और एक छक्के की मदद से ताबड़तोड़ 59 रन बनाए। ऋचा के बाद भारतीय टीम का तीसरा विकेट प्रतिका के रूप में गिरा। उन्होंने 129 गेंदों पर 20 चौके और एक छक्के की मदद से 154 रन की यादगार पारी खेली। इनके अलावा तेजल हसबनिस ने 28 रन और हरलीन देओल ने 15 रन बनाए। दीप्ति शर्मा 11 रन और जेमिमा रोड्रिग्ज चार बनाकर नाबाद रहीं। इस तरह भारतीय टीम ने पांच विकेट पर 435 रन बनाए।
आयरलैंड की ओर से ओरला प्रेंडरगास्ट ने दो विकेट, जबकि आरलेने केली, फ्रेया सरगेंट और जॉर्जिना डेंपसे को एक-एक विकेट मिला।
भारतीय टीम का सबसे बड़ा स्कोर, प्रतिका-मंधाना का तूफान
इस मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 435 रनों का विशाल स्कोर बनाया। यह भारतीय महिला टीम का एकदिवसीय में सर्वोच्च स्कोर है। ओवरऑल महिला एकदिवसीय में यह चौथा सर्वोच्च स्कोर है। महिला एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड महिला टीम के नाम है। यह रिकॉर्ड उसने आयरलैंड के खिलाफ ही साल 2018 में बनाया था। न्यूजीलैंड महिला टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 491 रन बनाए थे।
इस ऐतिहासिक मैच में सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने तुफानी पारी खेली। प्रतिका ने जहां 129 गेंदों में 20 चौके और एक छक्के की मदद से 154 रनों की पारी खेली, वहीं मंधाना ने महज 80 गेंदों में 12 चौके और सात छक्कों की मदद से 135 रन बनाए। प्रतिका को अपनी दमदार पारी के लिए जहां मैन ऑफ द मैच के ऑवार्ड से नवाजा गया, वहींं वो प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बनीं।