राइडर श्रुति वोरा ने रच दिया इतिहास, 3-स्टार ग्रैंड प्रिक्स इवेंटजीतने वाली पहली भारतीय बनीं

नई दिल्ली। श्रुति वोरा ने इतिहास को फिर से लिख दिया, जब वह स्लोवेनिया के लिपिका में 67.761 अंकों के साथ जीत हासिल करके तीन-सितारा ग्रैंड प्रिक्स प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय राइडर बन गईं। वह गुरुवार को मोल्दोवा की तातियाना एंटोनेंको (आचेन) और ऑस्ट्रिया की जूलियन जेरिच (क्वार्टर गर्ल) से आगे रहकर विजयी हुई। तातियाना ने इस स्पर्धा में 66.522 अंक हासिल किए, जबकि जूलियन ने 66.087 अंक हासिल किए।

श्रुति ने अपनी विशेष उपलब्धि को बेहद संतोषजनक पाया और आने वाले दिनों में कड़ी मेहनत करने तथा देश के लिए और अधिक सम्मान लाने की कसम खाई।मैं परिणाम से बेहद खुश हूं। मैंने कड़ी मेहनत की है और जीत वाकई संतोषजनक है। यह जीत ओलंपिक वर्ष में मिली है और यही बात इसे महत्वपूर्ण बनाती है। ईएफआई की विज्ञप्ति में श्रुति के हवाले से कहा गया, यह तथ्य कि मैं तीन सितारा स्पर्धा जीतने वाली देश की पहली राइडर हूं, इसे एक विशेष उपलब्धि बनाता है। मैं अपने देश के लिए सम्मान लाने के लिए कड़ी मेहनत करती रहूंगी।

अनुभवी राइडर पहले ही ड्रेसेज वर्ल्ड चैम्पियनशिप (2022) और एशियाई खेलों (2010, 2014) सहित कई वैश्विक आयोजनों में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। भारतीय घुड़सवारी महासंघ के महासचिव कर्नल जयवीर सिंह ने श्रुति के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी उपलब्धि से और अधिक महिलाओं को इस खेल को पेशेवर रूप से अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

भारतीय घुड़सवारी महासंघ (ईएफआई) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कर्नल जयवीर सिंह ने कहा, “यह भारतीय घुड़सवार बिरादरी के लिए बहुत अच्छी खबर है। श्रुति के इस प्रेरणादायक प्रदर्शन ने देश को गौरवान्वित किया है। कई महिलाएं इस खेल को अपना रही हैं और इस तरह की उपलब्धियां कई और घुड़सवारों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करेंगी। भारत ने हांग्जो एशियाई खेलों में घुड़सवारी ड्रेसेज टीम स्पर्धा में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। सुदीप्ति हजेला, दिव्यकृत सिंह, हृदय छेड़ा और अनुष अग्रवाल की टीम ने इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।