शाकिब अल हसन बैट और बॉल से रहे फीके, लेकिन एक बड़ा रिकॉर्ड अपनी टीम के नाम किया
नई दिल्ली । बांग्लादेश के अनुभवी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपनी टीम के लिए बना दिया है। शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश के लिए टेस्ट मैच खेलने वाले सबसे उम्रदराज क्रिकेटर बनकर इतिहास रच दिया। भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन के दौरान वे अपनी टीम के लिए ये रिकॉर्ड बनाने में सफल हुए। शाकिब अल हसन जब शनिवार 21 सितंबर 2024 को मैदान पर उतरे तो वे अपने देश की ओर से सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर बन गए।
शाकिब ने रफीक को पीछे छोड़ा
चेन्नई टेस्ट मैच को उन्होंने 37 साल और 182 दिनों की उम्र में समाप्त किया, जबकि उनसे पहले टीम के बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद रफीक के नाम ये रिकॉर्ड दर्ज था। शाकिब ने रफीक को पीछे छोड़ दिया, जो 37 साल और 180 दिन के थे, जब उन्होंने आखिरी बार 2008 में चटगांव में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देश के लिए आखिरी टेस्ट मैच खेला था। हालांकि, शाकिब के लिए ये टेस्ट मैच यादगार नहीं रहा, क्योंकि बांग्लादेश को भारत के खिलाफ रनों के लिहाज से सबसे बड़ी हार मिली और इस मैच में शाकिब का ना बल्ला और ना गेंद से वे प्रभावी साबित हुए।
पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज जीती
शाकिब अल हसन बांग्लादेश के लिए एक प्रोपर बॉलर और एक प्रोपर बैट्समैन का काम करते हैं। आंकड़े भी इस बात के गवाह हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उतना अच्छा नहीं रहा है। यहां तक कि बांग्लादेश ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज जीती थी, लेकिन उस सीरीज में भी शाकिब का ज्यादा योगदान नहीं था। शाकिब भले ही बांग्लादेश के लिए सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं, लेकिन दुनिया के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेट इंग्लैंड के विलफ्रेड रोड्स थे, जो 52 साल 165 दिनों की उम्र में 1930 में टेस्ट मैच खेलने उतरे थे।