टीम में अब पहले जैसा दम नहीं, अफसोस इस बात…, पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने की कड़ी आलोचना

नई दिल्‍ली । श्रीलंका के पूर्व कप्तान (Former Sri Lankan Captain)अरविंद डी सिल्वा (Aravinda de Silva)ने अपनी टीम की कड़ी आलोचना (Strong criticism)की है। वह मौजूदा दौरे के श्रीलंकाई खिलाड़ियों (Sri Lankan players)की अप्रोच से खुश(happy with the approach) नहीं हैं। बेखौफ और तेजतर्रार बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे अरविंद का कहना है कि श्रीलंकाई टीम में अब पहले जैसा दम नजर नहीं आता। उन्होंने अफसोस जताया कि श्रीलंकाई खिलाड़ी आक्रामक क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, जो कभी टीम की पहचान थी। बता दें कि अरविंद ने 1996 में अर्जुन रणतुंगा की अगुआई वाली श्रीलंकाई टीम को वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में तीन विकेट लेने के अलावा नाबाद 107 रन की पारी खेली थी।

इतिहास में ऐसा खेल दिखाया जैसा किसी और टीम ने नहीं खेला

श्रीलंका को 21 अगस्त से इंग्लैंड दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। 58 वर्षीय अरविंद ने इंग्लैंड की आक्रामक अप्रोच की सराहना की है। उन्होंने inews.co.uk से कहा, ”श्रीलंका ने इतिहास में ऐसा खेल दिखाया जैसा किसी और टीम ने नहीं खेला। हमारी एक पहचान थी, लोग जानते थे कि श्रीलंकाई क्रिकेटर किस तरह खेलते हैं और टीमें उसका अनुकरण करना चाहती थीं। मुझे नहीं लगता कि अब हमारे टीम उस तरह के दमखम के साथ खेलती है।” गौरतलब है कि श्रीलंका की वनडे वर्ल्ड कप 2023 और टी20 वर्ल्ड कप 2024 में हालत काफी खस्ता रही है। श्रीलंकाई टीम दोनो टूर्नामेंट में ग्रुप चरण से आगे ही नहीं बढ़ पाई।

इंग्लैंड में जीतना कठिन, लेकिन यह निश्चित रूप से असंभव नहीं

अरविंद श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट और 308 वनडे खेल चुके हैं। वह 1984 से 2003 तक इंटरनेशनल क्रिकेट में एक्टिव रहे। उन्होंने कहा, ”इंग्लैंड टीम जिस तरह से इस समय क्रिकेट खेल रही है, मैं उसका लुत्फ उठा रहा हूं। वे बहुत ही आक्रामक क्रिकेट खेल रहे हैं। फिर चाहे वे गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी। इंग्लैंड वास्तव में सकारात्मक दृष्टिकोण अपना रहा है और इसका उन्हें फायदा मिल रहा है। इंग्लैंड में जीतना कठिन है। लेकिन यह निश्चित रूप से असंभव नहीं है।” श्रीलंका ने इंग्लैंड की सरजमीं आखिरी और एकमात्र टेस्ट 2014 में जीती थी। दोनों टीमों की बीच पिछले आठ टेस्ट मैचों में से इंग्लैंड ने सात में बाजी मारी है।