केदारनाथ उपचुनाव में मूलभूत समस्याओं को लेकर जनता के सामने जाएगी कांग्रेस, ये विभिन्न मुद्दें…

देहरादूून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में शनिवार को केदारनाथ उपचुनाव की रणनीति पर प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। माहरा ने कहा कि कांग्रेस एकजुटता के साथ केदारनाथ उपचुनाव लड़ेगी।

केदारनाथ उपचुनाव में सरकार प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग न करे, इसके लिए कांग्रेस लीगल सेल का गठन करेगी, ताकि पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान सरकारी मशीनरी पर नजर रखी जा सके।

इसके अलावा उपचुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। पार्टी केदारनाथ उपचुनाव में स्थानीय मुद्दों के साथ राज्य की मूलभूत समस्याओं को उठाकर जनता के सामने जाएगी।

माहरा ने कहा कि कांग्रेस एकजुटता के साथ केदारनाथ उपचुनाव लड़ेगी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में शनिवार को केदारनाथ उपचुनाव की रणनीति पर प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। माहरा ने कहा कि कांग्रेस एकजुटता के साथ केदारनाथ उपचुनाव लड़ेगी।

बूथों से लेकर मंडलम एवं ब्लाक व नगर कांग्रेस कमेटियों के प्रभारी नियुक्त कर दिए गए हैं, जो लगातार ब्लाक व नगर मुख्यालयों में बैठकें आयोजित कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि कांग्रेस एकजुटता के साथ केदारनाथ उपचुनाव लड़ेगी और भाजपा के दुषप्रचार का मुंहतोड़ जबाव दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ओर से केदारनाथ मंदिर की भंग की गई परम्परा और मर्यादा को कांग्रेस पुन स्थापित करने का काम करेगी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि जिस प्रकार भाजपा सरकार ने केदारनाथ धाम को बांटने का काम किया है, निश्चित रूप से केदारबाबा भाजपा को कभी भी माफ नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा भाजपा केवल अपने स्वार्थ के लिए काम करती है और जन सरोकारों से उसका कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार केदारनाथ उपचुनाव में भी चम्पावत, मंगलौर एवं बदरीनाथ उपचुनाव की तरह अराजकता का माहौल पैदा कर जिला एवं पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर चुनाव जीतना चाहती है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता भाजपा सरकार को मजबूती के साथ जबाव देने का काम करेगा।

बैठक में इन्होंने भी दिए सुझाव
इस अवसर पर उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, पूर्व मंत्री डॉ। हरक सिंह रावत, पूर्व मंत्री नवप्रभात, विधायक ममता राकेश, बिक्रम सिह नेगी, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व सासंद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, सुमित्तर भुल्लर, हेमा पुरोहित ने भी अपने सुझाव दिए।

इन मुद्दों के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी कांग्रेस
कांग्रेस उप चुनाव में राज्य में बिगड़ते सामाजिक सौहार्द, पर्यटन क्षेत्रों में हो रहे भंयकर जाम, दिल्ली में केदारनाथ की तर्ज पर मंदिर का निर्माण, केदारनाथ में सोना चोरी जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। इसके अलावा महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध, बेरोजगारी, महंगाई, भष्ट्राचार, अवैध खनन के नाम वसूली, लूट खसोट, शराब की तस्करी, पर्वतीय, मैदानी क्षेत्रों में दैवीय आपदा से हुए नुकसान, विद्युत दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी, जल जीवन मिशन एवं प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार, अतिक्रमण के नाम पर गरीबों व छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न, पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में सड़कों की दुर्दशा, अंकिता भंडारी हत्याकांड एवं केन्द्र व राज्य सरकार की नाकामियों जैसे मुद्दों के साथ पार्टी मैदान में उतरेगी।

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