प्रधानमंत्री बनने के बाद 11 साल में पहली बार मोदी पहुंचे नागपुर स्थित संघ कार्यालय, RSS चीफ भी रहे साथ

नागपुर, प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार नागपुर स्थित RSS मुख्यालय पहुंचे. वह दूसरे प्रधानमंत्री हैं, जो यहां आए हैं.
11 साल में पहली बार संघ के द्वार पहुंचे पीएम मोदी, गुरु को किया नमन, RSS चीफ भी रहे साथ
RSS हेडक्वार्टर में पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 साल में पहली बार नागपुर स्थित RSS मुख्यालय पहुंचे. आज (30 मार्च) सुबह यहां के स्मृति मंदिर में उन्होंने RSS के संस्थापकों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत भी उनके साथ रहे.
पीएम मोदी ने स्मृति मंदिर की विजिटर बूक में एक संदेश के साथ हस्ताक्षर भी किए. उन्होंने लिखा, ‘परम पूजनीय डॉ. हेडगेवार और पूज्य गुरूजी को शत्-शत् नमन. उनकी स्मृतियों को संजोने, इस स्मृति मंदिर में आकर अभिभूत हूं. भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन के मूल्यों को समर्पित यह स्थली हमें राष्ट्र सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है.’
पीएम मोदी ने लिखा, ‘संघ के दो मजबूत स्तंभों की यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए ऊर्जा पुंज है. हमारे प्रयासों से मां भारती का गौरव सदा बढ़ता रहे.’
फडणवीस और गडकरी भी साथ मौजूद
नागपुर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री व नागपुर सांसद नीतिन गडकरी ने उनका स्वागत किया. RSS हेडक्वार्टर के दौरे पर भी यह दोनों दिग्गज पीएम मोदी के साथ रहे. बता दें कि पीएम मोदी इस दौरे में RSS के संस्थापकों में से एक गोलवलकर की याद में बनाया गया सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल ‘माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर’ की आधारशिला भी रखेंगे.
आंबेडकर की दीक्षाभूमि जाएंगे
पीएम मोदी अपने नागपुर दौरे में दीक्षाभूमि का दौरा भी करेंगे. यहीं पर 1956 में बाबा साहेब आंबेडकर ने हजारों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था. यहां पीएम मोदी डॉ. भीम राव आंबेडकर श्रद्धांजलि देंगे.
इसके बाद प्रधानमंत्री अपने कार्यक्रम में नागपुर में सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड की एम्युनेशन फैसिलिटी का भी दौरा करेंगे. यहां वे UAV विमानों के लिए बनाई गई 1250 मीटर लंबी और 25 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी का उद्घाटन करेंगे.
RSS हेडक्वार्टर आने वाले दूसरे प्रधानमंत्री
नागपुर में हेडगेवार स्मृति भवन आने वाले पीएम मोदी दूसरे प्रधानमंत्री हैं. उनसे पहले 27 अगस्त साल 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी ने बतौर प्रधानमंत्री RSS हेडक्वार्टर का दौरा किया था. उन्होने भी RSS संस्थापकों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी.
‘संघ को खुश करने की कोशिश’
RSS ने पीएम मोदी के इस दौरे को ऐतिहासिक बताया है, वहीं विपक्षी पार्टियों ने इस कार्यक्रम पर चुटकी लेना शुरू कर दी है. RSS विचारक आशुतोष अडोनी ने कहा कि एक स्वयंसेवक देश का प्रधानमंत्री है और वह यहां आ रहे हैं, इसीलिए यह ऐतिहासिक दौरा है. उधर, AAP नेता संजय सिंह ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में कम सीट मिलने का असर दिख रहा है. RSS को खुश करने की कोशिश हो रही है.’