UPI लेन-देन में 36 फीसदी की वृद्धि, जून तिमाही में 60 लाख करोड़ तक पहुंचा आंकड़ा
नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों (अप्रैल-जून 2024-25) में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेन-देन में 36% की वृद्धि हुई है, जिससे कुल लेन-देन का मूल्य 60 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यह जानकारी हाल ही में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में दी।
लेन-देन का आंकड़ा
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी द्वारा लोकसभा में साझा किए गए यूपीआई लेनदेन (UPI Transactions) के विवरण के अनुसार…
– अप्रैल से जून 2024-25 के बीच कुल 4,122 करोड़ UPI लेन-देन हुए, जिनका कुल मूल्य 60 लाख करोड़ रुपये था।
– पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में 13,113 करोड़ UPI लेन-देन हुए, जिनका कुल मूल्य 200 लाख करोड़ रुपये था।
– वित्त वर्ष 2022-23 में 8,371 करोड़ UPI लेन-देन हुए, जिनका कुल मूल्य 139 लाख करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 4,596 करोड़ लेन-देन हुए थे, जिनका मूल्य 84 लाख करोड़ रुपये था।
कार्डलेस नकद जमा सुविधा
वित्त राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि कुछ चुनिंदा बैंकों ने UPI के माध्यम से कार्डलेस नकद जमा की सुविधा प्रदान की है। इस सुविधा के तहत, ग्राहक एक बार में अधिकतम 50,000 रुपए तक जमा कर सकते हैं। इसके लिए कुछ शर्तें निर्धारित की गई हैं ताकि नकद जमा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बैंकों को अपने जोखिम प्रबंधन नीतियों के आधार पर इस सीमा को कम करने की अनुमति है।
NPCI के निर्देश
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को सलाह दी गई है कि वे Interoperable Cash Deposit (ICD) लेन-देन की स्वीकार्य संख्या को निर्धारित करें। लेन-देन संदेशों में जमाकर्ता के विवरण और यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा कि यह नकद जमा का लेन-देन है।