गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा फैसला! लद्दाख में पांच नए जिले बनेंगे, संख्या पहुंची सात
लेह । केंद्र की मोदी सरकार ने केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में पांच नए जिले बनाने का फैसला किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि इन जिलों के नाम जंस्कार, द्रास, शाम, नुबरा और चांगथांग होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि लद्दाख को समृद्ध बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सपने पूरा करने के लिए गृह मंत्रालय ने पांच नए जिले बनाने का फैसला किया है। इससे लद्दाख के लोगों को बेहतर प्रशासन और सेवाएं उपलब्ध करवाई जा सकेंगी। मोदी सरकार लद्दाख के लोगों के लिए अवसर उपलब्ध करवाने को प्रतिबद्ध है।
In pursuit of PM Shri @narendramodi Ji's vision to build a developed and prosperous Ladakh, the MHA has decided to create five new districts in the union territory. The new districts, namely Zanskar, Drass, Sham, Nubra and Changthang, will take the benefits meant for the people…
— Amit Shah (@AmitShah) August 26, 2024
नए जिलों के साथ कुल संख्या सात हो जाएगी
बता दें कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था। इसके बाद लद्दाख अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गया। फिलहाल लद्दाख में दो ही जिले थे। एक कारगिल और दूसरा लेह। वहीं नए जिलों के साथ कुल संख्या सात हो जाएगी। 31 अक्टूबर 2019 को लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बना था।
Creation of five new districts in Ladakh is a step towards better governance and prosperity. Zanskar, Drass, Sham, Nubra, and Changthang will now receive more focused attention, bringing services and opportunities even closer to the people. Congratulations to the people there. https://t.co/YDEpGZEiGh
— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2024
लद्दाख का कारगिल जिला मुस्लिम बहुल
लद्दाख का कारगिल जिला मुस्लिम बहुल है। यहां के लोग आजीविका के लिए सिंधु नदी और कृषि पर निर्भर हैं। लद्दाख ट्रांस हिलाय क्षेत्र में आता है। लद्दाख के लेह में एक मात्र हलाई अड्डा है। इसका नाम कुशोक बकुला रिम्पोची एयरपोर् है। लद्दाख में ठंड के मौसम में भयंकर बर्फबारी होती है। यहां लेह जिले में बौती और कारगिल में हिंदू, उर्दू, पुरखी और अंग्रेजी भाषा बोली जाती है। बौती एक तिब्बती भाषा है। लद्दाख में पर्यटन राजस्व का मुख्य स्रोत है। जांस्कर जिले का नाम झील के नाम पर रखा गया है। यहां जांस्कर नाम की झील है।