आरबीआई गवर्नर ने कहा, विकास दर पर ग्लोबल एजेंसियों के अनुमान हमारी धारणा से मिलते
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आईबीए के वार्षिक बैंकिंग सम्मेलन एफआईबीएसीए 2024 में गुरुवार को कहा, आम चुनावों के कारण केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से कम सरकारी व्यय के कारण हेडलाइन विकास दर पहली तिमाही में प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार विकास के मूल तत्व गति पकड़ रहे हैं और भारत की विकास कहानी बरकरार है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, चालू वित्त वर्ष के लिए, रिजर्व बैंक ने 7.2% की विकास दर का अनुमान लगाया है। आईएमएफ ने भी भारत की विकास संभावना का अनुमान लगाया है। उन्होंने वास्तव में भारत के लिए अपने विकास अनुमान को संशोधित किया है और अब इसे 7% पर रखा है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, दो दिन पहले, विश्व बैंक ने भी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के विकास के अनुमान को बढ़ाकर 7% कर दिया है। मुझे लगता है कि सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और रिजर्व बैंक की ओर से लगाए गए अनुमानों की बात करें तो हमारी धारणाएं और अनुमान एक दूसरे से मेल खा रहे हैं।