गाजा हमले में भारतीय मूल इजरायली सैनिक की मौत, यहूदी समुदाय का था सैनिक, जानें
तेल अवीव । इजरायल और हमास का युद्ध(war between israel and hamas) पिछले 11 महीनों से चल रहा है। इस बीच इजरायल और हमास(Israel and Hamas) के युद्ध में एक बड़ी खबर (Big news in the war)आई है। IDF ने बुधवार को बताया कि इजरायली शहर मोफ हागैलिल के रहने वाले 24 वर्षीय स्टाफ सार्जेंट गेरी गिदोन हांघल एक हमले में मारे गए। केफिर ब्रिगेड की नहशोन बटालियन के वह सैनिक थे। वेस्ट बैंक के पास आसफ जंक्शन के पास एक हमले में उनकी मौत हुई थी। हांगल की मौत को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस दावे में बताया गया है कि उनका मूल भारत से जुड़ा था। वह एक भारतीय यहूदी थे।
भारतीय यहूदी आईडीएफ सैनिक 24 वर्षीय की हमले में मौत
इजरायली एक्टिविस्ट हनन्या नफ्ताली ने एक्स पर लिखा, ‘हृदयविदारक: भारतीय यहूदी आईडीएफ सैनिक 24 वर्षीय गेरी गिदोन हांघल की यहूदिया और सामरिया में एक भयानक हमले में मौत हो गई। उन्होंने इजरायल की रक्षा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनके नाम को याद रखें। उनके बलिदान का सम्मान करें।’ नोफ हागैलिल के मेयर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘नोफ हागैलिल शहर स्टाफ सार्जेंट हांघल के निधन पर शोक मनादा है। गिदोन बेनी मेनाशे समुदाय के सदस्य थे, जो मेरे दिल के बहुत करीब है। वह अच्छे, विनम्र और देशभक्त लोग हैं।’
भारत में रहता है यहूदी समुदाय
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक बेनी मेनाशे समुदाय भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर और मिजोरम में रहने वाले यहूदी समुदाय के लोग हैं। बेनी मेनाशे की पहचान एक इजरायल की दस खोई हुई जनजातियों में से एक के समूह के वंशजों से जुड़ी है। 2005 में इजरायल के एक प्रमुख रब्बी (यहूदी धर्मगुरू) ने एतिहासिक यहूदी संबंधों के साथ खोई हुई जनजाति समूह के रूप में उनके पहचान की पुष्टि की थी। लेकिन शोधकर्ताों को इस दावे के समर्थन के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले। रिपोर्ट के मुताबिक 5000 यहूदी लोग मणिपुर और मिजोरम में रह रहे हैं और लगभग 5000 पहले ही इजरायल में जा चुके हैं।
कैसे हुआ हमला?
हमला करने वाले आतंकी को 58 वर्षीय हेइल धाइफल्लाह के रूप में पहचाना गया है। वह फिलिस्तीनी लाइसेंस प्लेट के साथ एक गैस टैंकर लेकर जंक्शन पर लगई आईडीएफ यूनिट की ओर तेजी से बढ़ा। वह बस स्टॉप से टकरा गया, जिसमें हांगल गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना पर मौजूद सैनिकों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और आतंकी को मार गिराया। यह रामल्लाह के पास रफत का रहने वाला था। सुबह 9:53 बजे गैस ट्रक की ओर से टक्कर मारने की खबर मिली।