भाजपा नेता जी. देवराजे गौड़ा का आरोप: डीके शिवकुमार ने मुझे पीएम मोदी, एचडी कुमारस्वामी को बदनाम करने के लिए 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी

बेंगलुरु। प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में गिरफ्तार भाजपा नेता जी. देवराज गौड़ा ने बड़ा आरोप लगाया है। राजनीति हलके में इससे हलचल मच गई है। कहा जा रहा है कि इस आरोप की जल्‍द निष्‍पक्ष जांच होना चाहिए। देवराज गौड़ा ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए 100 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया है। गौड़ा का दावा है कि शिवकुमार ने उन्हें 5 करोड़ रुपये एडवांस के तौर पर भेजे थे, आरोप है कि जब उन्होंने मना कर दिया तो उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज किए गए। उन्होंने शिवकुमार को बेनकाब करने की कसम खाई और दावा किया कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी।

देवराजे गौड़ा ने दावा किया, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, एचडी कुमारस्वामी और भाजपा को बदनाम करने के लिए बड़े पैमाने पर योजना बनाई थी। उन्होंने मुझे 100 करोड़ रुपये की पेशकश की और 5 करोड़ रुपये एडवांस के तौर पर बॉवरिंग क्लब के कमरा नंबर 110 में भेज दिए। चन्नारायपटना के नेता गोपालस्वामी को इस सौदे पर बातचीत करने के लिए भेजा गया था। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद पुलिस वाहन से पत्रकारों से गौड़ा ने दावा किया कि शिवकुमार ने न केवल उन्हें बड़ी रकम की पेशकश की, बल्कि अग्रिम भुगतान के रूप में 5 करोड़ रुपये भी भेजे। गौड़ा का आरोप है कि शिवकुमार के कथित अनुरोध का पालन करने से इनकार करने पर उनके खिलाफ पुलिस मामले गढ़े गए।

गौड़ा ने दावा किया कि उन्हें कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स वीडियो कांड में कुमारस्वामी को फंसाने के लिए झूठे बयान देने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवकुमार ने ही वीडियो वाली पेन ड्राइव हासिल की और पूरे प्रकरण की साजिश रची। गौड़ा ने शिवकुमार पर इस कांड से पीएम मोदी को जोड़कर राजनीतिक रूप से निशाना बनाने का भी आरोप लगाया। गिरफ्तार भाजपा नेता का दावा है कि उनके पास शिवकुमार से जुड़ी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग है और हिरासत से बाहर आने के बाद वह उन्हें सार्वजनिक कर देंगे। उनका दावा है कि इससे कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी।

उन्होंने दावा किया, जब मैंने प्रस्ताव ठुकरा दिया तो मेरे खिलाफ पुलिस मामले दर्ज किए गए और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। रिहा होने के बाद मैं उनका (डीके शिवकुमार का) पर्दाफाश करने के लिए तैयार हूं। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गिरने वाली है। उन्होंने दावा किया, जब मैंने उनकी योजना का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने पहले मुझे अत्याचार के मामले में फंसाया, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। बाद में, उन्होंने मुझे यौन उत्पीड़न के मामले में फंसा दिया। जब यह चाल भी विफल हो गई, तो उन्होंने मेरे खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर दिया। मुझसे चार दिनों तक पूछताछ की गई, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला।