दुनिया के बाजार में इंडिया ने अमेरिका को पटखनी दी अब चीन से टक्‍कर को तैयार

नई दिल्‍ली. दुनिया के बाजार में भारत सबसे बड़ा बाजार बन गया है. विश्व की लगभग कंपनियां भारत में कारोबार करना चाहती हैं, क्योकिं भारत में डिमांड अधिक है. 5जी स्मार्टफोन बाजार को लेकर एक लिस्ट जारी हुई है, जिसमें भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है.दुनिया के लगभग सभी बड़े कारोबार भारत से जुड़ना चाहते हैं. ताकि वह बिजनेस कर सके. काफी को सफलता भी मिल गई है. इसके पीछे की मेन वजह डिमांड का होना है. क्योंकि भारत एक विकासशील देश है और यहां बढ़ती जनसंख्या बढ़ते डिमांड का कारण बन रही है. इसी वजह से 2024 की पहली छमाही में भारत ने 5जी स्मार्टफोन बाजार में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है. अब चीन से टक्‍कर लेने को तैयार है.

काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार शाओमी, वीवो, और सैमसंग जैसे ब्रांड्स के किफायती स्मार्टफोन्स की वजह से भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5जी स्मार्टफोन बाजार बन गया है. वैश्विक स्तर पर 5जी स्मार्टफोन की बिक्री में 20% की वृद्धि देखी गई, और एपल ने 25% से अधिक मार्केट शेयर के साथ सबसे अग्रणी स्थान पर कब्जा किया, जिसमें आईफोन 15 और आईफोन 14 सीरीज की बड़ी भूमिका रही. सैमसंग 21% से अधिक शेयर के साथ दूसरे स्थान पर रहा, और शाओमी तीसरे स्थान पर.

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. शाओमी ने भारत में तीन अंकों की वृद्धि दर्ज की, जबकि मध्य पूर्व, अफ्रीका, यूरोप, और चीन में इसे दो अंकों की वृद्धि मिली. वीवो ने भी भारत, चीन, और अन्य एशियाई बाजारों में अच्छी प्रगति की. मोटोरोला अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ टॉप-10 में सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड बन गया है, खासकर कैरिबियन, लैटिन अमेरिका, भारत, मध्य पूर्व, और अफ्रीका रीजन में इसके डिमांड में तेजी आई है.

काउंटरपॉइंट रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक प्रचीर सिंह के अनुसार, 5जी स्मार्टफोन की बिक्री लगातार बढ़ रही है, और ज्यादा किफायती 5जी फोन्स बाजार में आ रहे हैं, जिससे उभरते बाजारों में लोग कम कीमतों पर 5जी डिवाइस खरीद रहे हैं. सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र कैरिबियन और लैटिन अमेरिका रहा, जिसमें 63% की वार्षिक वृद्धि हुई. मेक्सिको और ब्राजील जैसे देशों ने इसमें प्रमुख योगदान दिया. 5जी स्मार्टफोन की वैश्विक खरीद में का 14% और कुल 5जी शिपमेंट में 6% योगदान रहा. वहीं, एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने 63% वैश्विक 5जी स्मार्टफोन की खरीद और 58% कुल 5जी शिपमेंट के साथ शीर्ष स्थान बनाए रखा.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार, अमेरिकी स्मार्टफोन दिग्गज एपल ने वित्त वर्ष 2023-24 में वैश्विक स्तर पर बनने वाले 14% आईफोन भारत में असेंबल किए. इसके साथ ही, भारत ने वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में चार स्थानों की बढ़त हासिल की है. मोबाइल फोन इस क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ सेगमेंट है. भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 में 2.2 अरब डॉलर था, जो बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 5.7 अरब डॉलर पार कर गया है.