रियल एस्टेट कारोबार की रफ्तार पर लग सकता है ब्रेक, आप सस्ता मकान लेने के लिए हो जाओ तैयार
नई दिल्ली. भारतीय इकोनॉमी की स्पीड में कमी आने की संभावना बनने लगी है. रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक और रियल एस्टेट सेक्टर की रेगुलेटरी नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) ने 2024 की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही पर एक इंडेक्स जारी किया है. रिपोर्ट बता रही है कि घर खरीदारों और निवेशकों के बीच के सेंटीमेंट इंडेक्स में गिरावट देखी गई है. ग्लोबल टेंशन के बीच रियल एस्टेट डेवलपर और वित्तीय संस्थान अगले छह माह में रियल्टी सेक्टर में वृद्धि को लेकर काफी पॉजिटिव हैं.
नाइट फ्रैंक-नारेडको रियल एस्टेट सेंटिमेंट इंडेक्स क्यू2 2024 के मुताबिक वर्तमान धारणा 2024 की पहली तिमाही में अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 72 अंक से घटकर 65 अंक रह गई है. भविष्य की धारणा भी कमजोर होकर 73 अंक से 65 अंक पर आ गई है. बता दें कि अगर इंडेक्स में नंबर 50 आता है तो उसका मतलब यह समझा जाता है कि डिमांड में स्थिरता देखी जा सकती है. यदि नंबर 50 से अधिक आता है तो डिमांड बढ़ने और 50 से कम होने पर डिमांड में कमी आने की संभावना होती है. नाइट फ्रैंक ने कहा कि वर्तमान तथा भविष्य दोनों की धारणा सकारात्मक क्षेत्र में बनी हुई हैं, जो इस क्षेत्र की दीर्घकालिक संभावनाओं में निरंतर भरोसे को दर्शाती हैं. ये अंक हाल के रियल एस्टेट वृद्धि पर अधिक संयमित दृष्टिकोण को दर्शाते हैं, जो चुनाव तथा बजट अटकलों से प्रभावित हुआ है.
भविष्य की धारणा में समायोजन निकट भविष्य के लिए सकारात्मक किन्तु अधिक रुढ़िवादी दृष्टिकोण को दर्शाता है. रियल एस्टेट सलाहकार ने कहा कि इस गिरावट के बावजूद, धारणा सकारात्मक क्षेत्र में बनी हुई है, जो आवासीय और कार्यालय बाजारों में उल्लेखनीय गतिविधि के साथ क्षेत्र के जुझारूपन को दर्शाती है. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि वर्तमान तथा भविष्य की धारणा का 65 (अंक) होना अब भी सकारात्मक है. इस हालिया गिरावट से चिंता नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह केवल रियल एस्टेट क्षेत्र में सतर्क आशावाद की ओर बदलाव का संकेत देता है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था सकारात्मक बनी हुई है और प्रमुख संकेतकों में स्थिरता देखी जा रही है. वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के प्रति भी यह जुझारू बनी हुई है.