भोपालः पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या, आरोपी के साथ मां-बहन भी गिरफ्तार
– जांच के लिए एसआईटी गठित, सीएम बोले – दोषियों को फॉस्ट ट्रेक कोर्ट से दिलवाएंगे कठोरतम सजा
भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (capital Bhopal,) के शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र (Shahjahanabad police station area ) में तीन दिन से लापता पांच साल बच्ची (Five year old girl) के शव मिलने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बच्ची की दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या की गई थी। गुरुवार को उसका शव उसी की मल्टी में एक बंद फ्लैट में मिला। पुलिस ने आरोपित युवक, उसकी मां और बहन को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मामले मे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा है कि दोषियों को फॉस्ट ट्रेक कोर्ट से कठोरतम सजा दिलवाएंगे।
भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि आरोपी का नाम अतुल भालसे है। उसने बच्ची को अगवा किया और दुष्कर्म के बाद गला घोंट दिया। इसके बाद शव पानी की टंकी में छिपा दिया। गुरुवार दोपहर को बच्ची का शव बरामद किया गया। आरोपी अतुल की मां बंसती भालसे और बहन चंचल को भी आरोपी बनाया है। मां और बहन ने घटना को छिपाने का प्रयास किया। पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी बनाई है।
उन्होंने बताया कि बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के आरोपी अतुल के खिलाफ खरगोन में पहले से छेड़खानी, चोरी जैसे छह अपराध दर्ज हैं। पत्नी दो साल से अलग रह रही है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि फॉगिंग के दौरान हुए धुएं का फायदा उठाते हुए उसने बच्ची का मुंह बंद कर अपने फ्लैट में खींच लिया। रेप के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या की। एक दिन तक शव कमरे में बिस्तर के बीच छिपाकर रखा। मक्खियां होने लगीं, तो शव को पानी की टंकी में डाल आया।
दोषियों को फॉस्ट ट्रेक कोर्ट से दिलवाएंगे कठोरतम सजा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भोपाल के शाहजहांनाबाद क्षेत्र में पांच वर्षीय बालिका के साथ घटित घृणित घटना में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ऐसी दूषित मानसिकता वाले लोगों का समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता। इस प्रकरण में लगभग 200 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी पिछले 48 घंटों से लगातार बच्ची की तलाश में जुटे रहे। इस घृणित अपराध की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। जांच दल को निर्देशित किया है कि सभी तथ्यों का गहराई से अध्ययन करें और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में संलिप्त कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए। इस तरह के वीभत्स अपराधों में फांसी का प्रावधान है और हमारी सरकार प्रयास करेगी कि ऐसे अपराधियों को फांसी जैसी कठोरतम सजा मिले। इसके साथ प्रदेश में इस तरह के सभी मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्र न्याय दिलाने हेतु सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मासूम के परिजन के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। दुःख की इस घड़ी में पूरा मध्यप्रदेश शोकाकुल परिवार के साथ है।
दरअसल, पुराने भोपाल में शाहजहांनाबाद क्षेत्र की वाजपेयी नगर मल्टी से मंगलवार दोपहर 12 बजे पांच वर्षीय बच्ची रहस्यमय ढंग से घर से लापता हो गई थी। पुलिस ने बताया कि किसी को शक न हो, इसलिए आरोपी बच्ची के परिजनों के साथ उसे तलाशने का नाटक करता रहा। उनके साथ रहकर पुलिस की एक्टिविटी पर भी नजरें रखे रहा। जब उसे यकीन हो गया कि वह बच नहीं पाएगा, तो अपने फ्लैट का ताला लगाकर फरार हो गया। सर्च कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की मां बसंती बाई और बहन चंचल को घटना की जानकारी पहले ही दिन से थी। आरोपी ने उन्हें बता दिया था कि शव घर में छिपा रखा है। इसके बाद भी उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी। बच्ची के परिजनों के लगातार संपर्क में रहकर हर गतिविधि पर नजरें रखी रहीं।
पुलिस ने बताया किसी को शक न हो, इसलिए आरोपी मां-बेटी गुरुवार सुबह 10 बजे बच्ची की दादी के घर पहुंच गई थीं। यहां से दोपहर 12 बजे उन्हें हिरासत में लिया गया। इस बीच बच्ची के पड़ोस में रहने वाली महिला को मां-बेटी के फ्लैट से बदबू आई। उनकी जानकारी पर पुलिस ने फ्लैट में सर्च किया तो किचन के सिंक के नजदीक रखी प्लास्टिक के बड़े वाटर टैंक से बच्ची की लाश बरामद की गई। लाश बरामद करते ही पुलिस ने मल्टी में रहने वाले आसपास के फ्लैट को बाहर से लॉक कर दिया था। यहां रहने वाले लोगों को अंदर कर दिया गया था, जिससे कानून व्यवस्था बनी रहे। इसके बाद फौरन ही पुलिस शव पोस्टमार्टम के लिए ले गई। हंगामे की आशंका को देखते हुए पोस्टमार्टम एम्स में कराया गया।
बच्ची का शव मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। गुस्साई भीड़ ने टीबी हॉस्पिटल रोड पर चक्काजाम कर दिया था। थाने के सामने नारेबाजी कर धरना दिया। वे बच्ची की हत्या के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सीएम हाउस का घेराव करने की चेतावनी दी थी। तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस के मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।