संसद सत्र की शुरुआत के पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर आपातकाल के लिए किया जोरदार प्रहार
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद सोमवार को पहले संसद सत्र से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा, 25 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ होगी। उन्होंने इसे देश के लोकतंत्र पर एक काला धब्बा बताया। जिन्होंने चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत न मिलने के बाद अपना तीसरा कार्यकाल शुरू किया है, ने लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक मेहनत करेगी और तीन गुना परिणाम देगी।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आजादी के बाद यह दूसरी सरकार है जिसे लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। उन्होंने मीडिया से कहा, यह अवसर 60 साल बाद आया है। जब लोगों ने किसी सरकार को तीसरे कार्यकाल के लिए चुना है, तो इसका मतलब है कि उसकी मंशा, उसकी नीतियों और उसके समर्पण पर मुहर लगी है। मैं इसके लिए लोगों को धन्यवाद देता हूं। तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 25 जून को भारतीय लोकतंत्र पर लगे काले धब्बे के 50 साल पूरे हो रहे हैं। नई पीढ़ी यह नहीं भूलेगी कि कैसे भारतीय संविधान को खत्म किया गया, कैसे देश को जेलखाने में बदल दिया गया और लोकतंत्र पर कब्जा कर लिया गया। इस 50वीं वर्षगांठ पर देश यह संकल्प लेगा कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश और देशवासियों की सेवा के लिए सभी को साथ लेकर चलने की लगातार कोशिश करेगी, लेकिन उन्होंने विपक्ष के लिए एक सख्त संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है, लोग नारे नहीं, बल्कि सार्थकता चाहते हैं, वे संसद में नाटक और व्यवधान नहीं, बल्कि बहस और परिश्रम चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि विपक्ष लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। उन्होंने कहा कि देश को सांसदों से बहुत उम्मीदें हैं और उन्होंने उनसे जनकल्याण के लिए हर संभव कदम उठाने का आग्रह किया।