रोचक मुकाबले में एक-एक वोट पर फोकस, कोटा में ओम बिरला के लिए शाह की रैली
नई दिल्ली । कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर जमकर घमासान मचा हुआ है, एक तरफ बीजेपी प्रत्याशी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी से कांग्रेस में गए कद्दावर नेता प्रहलाद गुंजल चुनाव मैदान में हैं, ऐसे में जातिगत समीकरण के साथ ही एक-एक वोट पर फोकस किया जा रहा है, यहां मुकाबला रोचक और टक्कर का हो गया है।
बीजेपी की परम्परागत सीट पर वोटरों को एक बार फिर बीजेपी के पक्ष में मतदान के लिए अमित शाह को बुलाया जा रहा है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कोटा प्रवास 20 अप्रैल को होगा और इसके लिए तैयारियों को लेकर बीजेपी कोटा शहर जिला की बैठक हुई है जिसमें तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सभा में आगमन के लिए पीले चावल बांट रहे कार्यकर्ता
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए कोटा के सीएडी ग्राउंड, आईएमटीआई के पास दोपहर 12 बजे विशाल आमसभा आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी कोटा शहर जिलाध्यक्ष राकेश जैन की अध्यक्षता में जीएमए प्लाजा सभागार में तैयारी बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला पदाधिकारी, प्रदेश के कोटा में रहने वाले पदाधिकारीगण, विधानसभा संयोजक एवं प्रभारीगण, मण्डल प्रभारी एवं अध्यक्ष, मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के जिला पदाधिकारी सम्मिलित और इन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बीजेपी जिला अध्यक्ष रोकेश जैन ने कहा कि मोदी सरकार में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कोटा बूंदी लोकसभा क्षैत्र के बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला के समर्थन में कोटा में विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे। आमसभा में सम्पूर्ण कोटा-बूंदी लोकसभा क्षैत्र से आम नागरिकों सहित बीजेपी कार्यकर्ता एवं समर्थक सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की आमसभा को लेकर कोटा बूंदी में व्यापक उत्साह है। कार्यकर्ता गांव-गांव में पीले चावल बांटकर निमंत्रण दे रहे हैं।
कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर प्रतिष्ठा दाव पर
कोटा में कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर बडे नेताओं को बुलाया जा रहा है, बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला की नामांकन रैली में मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री आए थे तो कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल की रैली में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी रंधावा सहित एक दर्जन से अधिक बडे नेता आए थे।
कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर दो दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, जो भी इस सीट से हारता है उसका राजनैतिक भविष्य दाव पर लगेगा। ऐसे में एक-एक वोट पर फोकस किया जा रहा है, गांव गांव में जनसम्पर्क हो रहा है, सोशल मीडिया पर वॉकयुद्ध चल रहा है, ये ही नहीं जमकर एक दूसरे पर छीटाकशी हो रही है। यह सीट अब प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुकी है।