संसद में गूंजा कोचिंग सेंटर हादसे का मुद्दा, अखिलेश ने याद दिलाया बुलडोजर वाला एक्शन
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। यह मुद्दा सोमवार को संसद में उठा। कांग्रेस के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में तीन बच्चों की दुखद मौत हुई है। मुझे बताया गया कि इस कोचिंग सेंटर की इमारत को स्वीकृति नहीं मिली थी। क्या सरकार इस पर ऐक्शन लेगी?’ सदन में इस मुद्दे पर बांसुरी स्वराज ने कहा, ‘ओल्ड राजेंद्र नगर में एक बहुत ही हृदय विदारक घटना घटी है। वहां नाले का पानी एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भर गया। इससे तीन छात्रों ने अपनी जान गंवा दी।’
खूब गरजीं बांसुरी स्वराज
बांसुरी स्वराज ने आगे कहा, ‘ये बच्चे तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और केरल से आए थे। ये दिल्ली में आईएएस की तैयारी करने आए थे। लेकिन दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों ने अपनी जान गंवा दी।’ संसद में बांसुरी ने आम आदमी पार्टी सरकार की लापरवाही को छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘एक दशक से आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता भोग रही है। लेकिन दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही। पिछले दो सालों से नगर निगम (एमसीडी) भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है। दिल्ली जल बोर्ड और ड्रेनेज की सफाई दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है।’
दिल्ली सरकार को लेकर जांच बिठाई जाए
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, ‘मेरा आपसे निवेदन है, मैं गृह मंत्रालय से अनुरोध करती हूं कि एक जांच समिति बनाई जाए। जहां दिल्ली सरकार को लेकर जांच बिठाई जाए। दिल्ली के नालों की सफाई क्यों नहीं की जा रही है?’ संसद में शशि थरूर ने कहा, ‘मैं अभी अस्पताल से एक छात्र के परिजन से मिलकर आ रहा हूं। बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इमारतों, फायर सेफ्टी और फ्लड सेफ्टी को लेकर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इस तरह की चीजें सही होनी चाहिए। ऐसी घटना भविष्य में न हो इसके लिए जांच होनी चाहिए।’
क्या बोले अखिलेश यादव
संसद में सपा नेता अखिलेश यादव ने भी कोचिंग सेंटर हादसे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ‘बहुत गंभीर समस्या है। यह दर्दनाक घटना है। आखिरकार एनओसी देने की जिम्मेदारी तो सभी अधिकारियों की है। जिम्मेदार जो हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है? यूपी में जहां अवैध इमारत बनती है वहां बुलडोजर चलता है। क्या ये सरकार बुलडोजर चलाएगी या नहीं?’