अमेरिका के नेशनल पार्क से भारतीय युवक सिद्धांत आठ दिन से लापता, छह दोस्तों के साथ गया था मोंटाना
नई दिल्ली । भारतीय युवा सिद्धांत पाटिल सात अन्य दोस्तों के साथ अमेरिका के मोंटाना राज्य में ग्लेशियर नेशनल पार्क गए थे। बीते छह जुलाई को पार्क में गए सिद्धांत लापता हो गए हैं। परिजनों ने घर के इकलौते चिराग सिद्धांत को तलाशने में तत्काल मदद मांगी है। रिपोर्ट के मुताबिक पार्क में हाइकिंग के दौरान सिद्धांत एवलांच क्रीक में चले गए। कैलिफोर्निया में रहने वाले सिद्धांत किसी तकनीकी कंपनी में काम करते हैं। हाइकिंग के दौरान पाटिल एक बड़ी चट्टान पर थे, तभी उनका पैर फिसल गया। संतुलन खोने के कारण सिद्धांत एवलांच क्रीक में पानी के नीचे चले गए। कुछ देर के लिए सिद्धांत फिर से सतह पर आए और फिर धारा के साथ बहकर घाटी में चले गए।
रेजरों ने ली तलाशी, बरामद हुआ निजी सामान
सिद्धांत के लापता होने के बाद आस-पास के इलाकों में तैनात हेलिकॉप्टरों की मदद से तलाशी ली गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सिद्धांत के चाचा प्रीतेश चौधरी के मुताबिक आपात मदद के लिए इस्तेमाल में आने वाले ALERT हेलीकॉप्टरों द्वारा नाले और आस-पास के क्षेत्र का हवाई सर्वे किया गया। 10 से अधिक रेंजरों ने नाले के किनारे पैदल खोज में जुटे रहे। रेंजरों ने कुछ निजी सामान नीचे की ओर बरामद किए जाने की पुष्टि की और कहा कि पार्क के रेंजर अभी भी क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं।
माता-पिता को लगा सदमा, डूबने से दो घंटे पहले भेजा ये मैसेज
पुणे निवासी युवक की मां प्रीति और पिता विट्ठल महाराष्ट्र सरकार के सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं और घटना के जानकारी मिलने के बाद से सदमे में हैं। दोनों ही कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। ग्लेशियर नेशनल पार्क की झील में डूबने से दो घंटे पहले भारतीय युवक सिद्धांत विट्ठल पाटिल ने अपनी मां को मेसेज किया था। एवलांच क्रीक में सफेद पानी जैसे हालात और तेज धाराओं के कारण तलाशी में भी काफी चुनौतियां सामने आ रही हैं। पार्क के अधिकारियों ने कहा कि नाले में बेहद तेज प्रवाह के कारण रेंजरों का जाना संभव नहीं। वे तब तक प्रवेश नहीं कर सकते जब तक कि जलस्तर कम न हो जाए। रेंजरों के मुताबिक जल स्तर घटने के बाद खोज अभियान फिर से शुरू होने में हफ्तों या महीनों भी लग सकते हैं।
निजी रेंजर्स की नियुक्ति की मांग
सोमवार को ही सिद्धांत की एपल वॉच की जानकारी मिली है, लेकिन फिलहाल इसे डिकोड नहीं किया जा सका है। लापता सिद्धांत की तलाश के लिए बीते 10 जुलाई को एवलांच क्रीक के ऊपर ड्रोन भी उड़ाया गया था। हालांकि, इसमें भी असफलता हाथ लगी। मामा का आरोप है कि राहत और बचाल दल के अधिकारी पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे। परिवार ने खोज अभियान में निजी रेंजर्स को नियुक्त करने की अपील भी की है। परिवार बीते लगभग सात दिनों से बेहद मुश्किल समय से गुजर रहा है।
सिद्धांत 2020 में अमेरिका गया, 2023 में मिली नौकरी
युवक के मामा प्रीतेश चौधरी ने बताया कि बीते शुक्रवार को सिद्धांत ने अपनी मां प्रीति को पार्क से ही मेसेज किया था। उसने कहा था कि वह अपने छह दोस्तों के साथ तीन दिन के लिए पार्क घूमने आया है और यहां छुट्टियों का आनंद ले रहा है। मैसेज में सिद्धांत ने लिखा था कि वह तीन दिन बाद सैन जोस के लिए लौट जाएगा। मामा ने बताया कि सिद्धांत 2020 में अमेरिका गया था। उसने कैलिफोर्निया विवि लॉस एंजिलिस से एमएस किया। इसके बाद 2023 में कैडेंस को जॉइन किया था।