राफा पर हमले को लेकर इस्राइल-अमेरिका में तनातनी, बाइडेन सरकार ने हथियारों की सप्लाई रोकी

 

वॉशिंगटन। इस्राइल और अमेरिका के रिश्तों में गाजा के राफा शहर पर हमले को लेकरत तनातनी बढ़ गई है। दोनों देशों में तनातनी इतनी चरम पर पहुंच गई किअमेरिका ने इस्राइल को भेजे जाने वाली हथियारों की खेप ही रोक दी है। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात का खुलासा करते हुए कह, अमेरिका की बाइडेन सरकार इस्राइल के राफा पर हमले को टालने की कोशिश कर रही है, जबकि इस्राइल ने राफा के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है।

अमेरिका सरकार के अधिकारी ने बताया कि इस्राइल को भेजे जाने वाले उन हथियारों की समीक्षा करनी शुरू कर दी है, जिनका इस्तेमाल राफा में हो सकता है। इस समीक्षा के तहत बीते हफ्ते इस्राइल को भेजे जाने वाले 1800-2000 एलबी बम समेत कई हथियारों की सप्लाई रोकने का फैसला किया है। हालांकि व्हाइट हाउस और पेंटागन ने इस्राइल को हथियारों की सप्लाई रोके जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इधर, इस्राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि अगर हमास ने समझौते के तहत हमारे बंधकों को रिहा नहीं किया तो हम राफा पर और अधिक भयानक हमले करेंगे। इस्राइल ने हमास के साथ युद्धविराम के समझौते को भी ठुकरा दिया। इस्राइल ने सोमवार रात राफा पर हमला शुरू कर दिया है।

बीती 7 अक्‍टूबर को हमास ने जब इस्राइल पर हमला किया था, तो अमेरिका ने इस्राइल को समर्थन का ऐलान किया था। पर राफा पर इस्राइल के हमले का अमेरिका द्वारा विरोध किया जा रहा है। अमेरिका को डर है कि राफा पर इस्राइली हमले में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की जान जा सकती है और इस्राइल हमास युद्ध पूरे अरब क्षेत्र में फैल सकता है। इस्राइल के गाजा पर हमले में अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और इसके चलते गाजा में करीब 23 लाख लोग भुखमरी के मुहाने पर हैं। गाजा से इस्राइली हमले से बचकर बड़ी संख्या में लोगों ने राफा में शरण ली हुई है। ऐसे में इस्राइल के राफा पर हमले को लेकर बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत की आशंका जताई जा रही है।