रक्षा मंत्रालय ने एक्सपो स्थल से चिनूक हेलीकॉप्टर के लापता होने की खबर की खारिज
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने लखनऊ में डिफेंस एक्सपो से चिनूक हेलीकॉप्टर मॉडल के गायब होने की खबरों को खारिज कर दिया। शनिवार को रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) द्वारा डेफएक्सपो 2020 के दौरान लगाए गए चिनूक हेलीकॉप्टर मॉडल के गायब होने की खबर भ्रामक है। उन्होंने कहा कि डीआरडीओ ने लखनऊ में कभी भी हेलीकॉप्टर का कोई मॉडल नहीं लगाया है।
डीआरडीओ ने भी इन रिपोर्टों को भ्रामक’ बताया है। अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में वृंदावन योजना क्षेत्र के सेक्टर 20 में हेलीकॉप्टर का मॉडल खस्ताहाल स्थिति में था। इसे इसलिए हटाया गया क्योंकि शहर में जी-20 से जुड़े एक कार्यक्रम के लिए हेलीपैड बनाया जाना था, जिसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए किया जाना था। रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर एक बयान में कहा, डिफेंसएक्सपो 2020 के दौरान लखनऊ में डीआरडीओ द्वारा स्थापित चिनूक हेलीकॉप्टर मॉडल के लापता होने की खबर भ्रामक है। चिनूक बोइंग द्वारा बनाया गया है और डीआरडीओ ने कभी भी लखनऊ में कोई हेलीकॉप्टर मॉडल स्थापित नहीं किया है।
रिपोर्ट के अनुसार यह प्रदर्शनी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित की गई थी। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनी के दौरान इस प्रतिकृति ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया, क्योंकि आगंतुक इस आदमकद संरचना के साथ सेल्फी लेने के लिए एकत्र हुए थे। प्रदर्शनी के समापन के बाद, प्रतिकृति साइट पर ही रही, और स्थानीय नगर निगम को कथित तौर पर इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पिछले साल मीडिया रिपोर्टों में आरोप लगाया गया था कि प्रतिकृति रहस्यमय तरीके से गायब हो गई, इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं थी कि इसे किसने हटाया। शुरुआत में, ऐसी रिपोर्टें थीं कि नगर निगम ने हेलीकॉप्टर की संरचनात्मक स्थिरता के बारे में चिंता व्यक्त की थी और इसे नष्ट करने का विकल्प चुना था। हालांकि, बाद में लखनऊ नगर निगम ने दावा किया कि प्रतिकृति को मरम्मत के लिए गोमती नगर में रबिश एंड रिमूवेबल लेबल वाली उनकी कार्यशाला में ले जाया गया था।